टैग्गिये

प्रिय कुल ड्यूडो,

तुम्हारा थोबड़ा इतना खूबसूरत हैं कि कामदेव भी शरमा जाए। तुम्हारी स्टाइल के आगे माइकल जैक्सन की आत्मा भी दण्डवत हो जाए। रोड़ के बीच में चश्मा रख कर फोटो खींचने की  तुम्हारी चित्रखिंचन कला के आगे तो नेशनल जियोग्राफी के फोटोग्राफर भी अपना कैमरा फेंक दे।

तुम मुझसे इतना प्यार करते हो की मुझसे 1500 किमी दूर होकर फोटो खींचते वक्त भी मुझे अपने साथ मानते हो। मगर माफ़ करना भाई...मैं इतना महान नही हूँ। मैं आपके इस प्रेम से गले तक भर चूका हूँ और अब आपका प्रेम झेलने की मुझमें हिम्मत नही हैं।

मैं फेसबुक खोलता हूँ कुछ अच्छे दोस्तों के विचार पढ़ने के लिए, अपने विचार रखने के लिए न कि तुम्हारे superb pic से अपने टैग हटाने के लिए। यह मेरी वाल हैं तुम्हारे बाप की दिवार नहीं की अपना फोटु टैग दिया। तो भाइयों यह निवेदन नही हैं पहली और अंतिम चेतावनी हैं अपनी फोटुओं में मुझे टैग मत किया करो वरना अगली बार टैग हटाऊंगा नही ब्लाक करूँगा।

(P.s.- मेरी प्राइवेसी सेटिंग टैग्ड फोटुओं के लिए ओनली मी हैं अतः मेरे द्वारा आपके फोटु का प्रचार नही होगा ऊपर से मैं खुद ऐसी फोटु को लाइक नही करता हूँ।)