फेसबुक

फेसबुक भी कमाल की चीज हैं बंदा भले ही कच्छे-बनियान में लेटा हो "Hii Whats up..." ऐसे भेजेगा जैसे इससे बड़ा कूल ड्यूड कोई पैदा ही नहीं हुआ हो...और सामने वाली भले ही कल शाम की रोटी की बीड़ी बनाकर चाय में डुबो डुबो कर खा रही होगी रिप्लाई करेगी "having breakfast...". जो कभी अपने घर से आधी रोटी देने की मेहनत भी नहीं कर सकता वो "गो हत्या रोकनी होगी- कब जागेगा हिन्दू" वाली पोस्ट धडले से पोस्ट और शेयर करता हैं। जो अपने स्कूल और उसके बाद के दिनों में 'लड़की इतनी स्मार्ट हैं मुझे कहाँ भाव देगी?' के डर से अपने दिल की बात न कह पाया हो लव हर्ट्स वाले पेज बनाकर शायरियां चेंपता फिरता हैं। जो लौंडा गुंडागर्दी और मारपीट में सबसे अव्वल होता हैं वो अपने नाम के आगे cool जैसे शब्द लगाकर रखता हैं।
फेसबुक कमाल की चीज हैं कहने को तो फेसबुक हैं लेकिन सब मुखौटे लगाकर घूमते हैं।

सच कहता हूँ जितने महान हम फेसबुक पर बनते फिरते हैं उसका 10% भी वास्तविक जीवन में बनने की कोशिश करे तो हमारा जीवन बदल जाएगा। फेसबुक कमाल की चीज हैं कहने को तो फेसबुक हैं लेकिन सब मुखौटे लगाकर घूमते हैं।