हिमांशु का बर्थडे

जब से मैंने पेज संभाला हैं तब से एक व्यक्ति साये की तरह मेरे साथ हैं. मेरा हमदम मेरा दोस्त हिमांशु वोरा....आज इनका जन्मदिवस हैं तो प्रस्तुत हैं इनका जीवन वृतांत--

जन्म:-  श्री कृष्ण ने गीता में कहा हैं कि जब जब धरती पर पाप बढ़ेगा तब तब मैं अवतार लूंगा. लेकिन प्रश्न ये हैं कि पाप बढ़ाएगा कौन? बस इसी के लिए हमारे हिमांशु ने अवतार लिया.

इनका जन्म सावन मास की प्रतिपदा कृष्ण पक्ष तिथि को 1911 संवत में महाराणा प्रताप की जन्मभूमि चित्तोड़ में हुआ था. इनके जन्म होते ही पंडित ने भविष्यवाणी हुई की थी ये बहुत ही आगे जाएंगे. अगले दिन पंडित जी स्वर्ग लोक सिधार गए.

शिक्षा:- आपने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा  शहीद मेजर नटवर सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय से प्राप्त की. बचपन में एक दिन इनकी हिंदी की छोटी ई से झगडा हो गया. तब इन्होंने प्रण लिया की ये आज के बाद कभी भी छोटी ई का प्रयोग नहीं करेंगे. 

इनको दीक्षा देते वक़्त इनके गुरूजी ने कहा था कि वत्स मैंने तो तुम्हे केवल प्रारंभिक ज्ञान दिया हैं. तुम्हे असली ज्ञान तो तुम्हे गुरु सुमित जी ही देंगे. अतः तुम फेसबुक नगरी के छोटा मुंह बड़ी बात नाम के गुरुकुल में उनकी तलाश करो और अब उनकी ही छाती पर मुंग दलना :-)

पहला प्यार:- इन्हें अपने बाल्यकाल में ही एक सुन्दर शुशील लड़की से प्यार हो गया था. प्यार परवान चढ़ गया. इन्होंने जिद ठान ली की मैं तो इसी से शादी करूँगा. लेकिन माँ-बाप भला एक आठ साल के बच्चे की शादी कैसे करवाते?  एक दिन (वो काला दिन!)  इन्हें पता चला की इनकी प्रेमिका के पिताजी का ट्रांसफर हो गया हैं और प्रेमिका भी पिताजी के साथ ट्रान्सफर हो गयी हैं. बहुत दिनों तक रोते रहे पर फिर इन्हें याद आया की वो कहती थी की मुझे गुजरात की साड़िया बहुत पसंद हैं. बस फिर क्या था हिमांशु गुजरात आ गए और यही साड़िया बेचने लगे कि वो कभी न कभी तो साड़ी खरीदने आएगी और ये उसे दबोच लेंगे.

वर्तमान जीवन:- अभी ये छोटा मुंह बड़ी बात पेज के एडमिन हैं और साइड इनकम के लिए जॉब भी करते हैं. ;-) अभी तक साडी वाली के इन्तजार में कुंवारे हैं और साड़िया बेचते हैं.

उपहँसार:- हिमांशु वोरा एक बहुत ही नेक इंसान हैं. लेखन में इनके लिए अनंत संभावनाएं हैं. हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.

p. s.- आशीष प्रदीप जी! ऐसे करते हैं बर्थडे विश...बड़े आये हमारे एडमिन को बर्थडे विश करने :-p