एडमिन

एडमिन
वे उल्लू होते हैं…शक्ल से, अक्ल से और नक़ल से,   तन से , मन से और धन  से. उन्हें कोई काम नहीं होता वे एकदम निठल्ले होते हैं. ज्ञान कूट कूट कर भरा होता हैं इतना ज्यादा कि  संभाले नहीं संभलता, छलकता  हैं. उन्हें शौक नहीं होता, आदत होती हैं या यूँ कहे कि  लत होती हैं इस ज्ञान को प्रकट करने की, अपनी उँगलियाँ गिसवाने की, रात को बारह बजे तक आँखे फुड़वाने, और इतनी मेहनत के बाद भी   तरसने की, लोगो की गालियाँ  खाने  कि  और उन्हें मनाने की…सूरत से फक्कड़ मगर सोच से जिंदादिल होते हैं ये पेज के एडमिन होते हैं.

ये रात को तारे नहीं गिनते, पेज पर लाइक गिनते  हैं, ये प्रेमगीत नहीं लिखते हैं पेज पर मोदीराग की पोस्ट्स लिखते हैं,   प्रेमपत्र से ज्यादा  महत्वपूर्ण इनके लिए इनबॉक्स में आये mesaage  होते हैं, बाजार में लडकियां देखने से ज्यादा रुचिकर इनके लिए पोस्ट की व्यूज देखना होता हैं. चैटकन्याओ की हरी बत्तियो से मुखर ये पेज में तल्लीन होते हैं ये पेज के एडमिन होते हैं.

फेसबुक, पेज मेनेजर, फोटो एडिटर, न्यूज़ फीडर, गूगल हिंदी इनपुट   इनके फ़ोन के  मुख्य सॉफ्टवेयर  होते हैं. गेलेरी में  फोटो से ज्यादा इनके नोटपैड में नोट्स होते हैं. नोटिफिकेशन में पेज के फीड्स होते हैं.   विभिन्न सामाजिक पेज इनके बुकमार्क्स होते हैं. हिंदी टाइपिंग में सिद्धहस्त होते हैं ये पेज के एडमिन होते है.

मोदी-रागा-केजरी  के ज्ञाता, भाग्य विधाता होते हैं. समस्त कर्रेंट  अफेयर्स के व्याख्याता होते हैं मगर दोस्तो के बीच  खामोश रहते हैं. अंधभक्ति, अन्धविश्वास से चिढ़ते हैं, देश के हालत से कुढ़ते हैं, पर सच समझते हैं. खुद को ना हो पसंद पर आपकी पसंद परोसते हैं. हंसते हसाते सेंटीमेंटल गमगीन होते हैं ये पेज के एडमिन होते है.

#आईला_ये_तो_poem_बन_गई   

ps.- ये पोस्ट पढने के बाद अगर आपके सामने सफ़ेद कपडे पहने किसी शांत से व्यक्ति का मुस्कुराता सा चहरा आया हो तो यकिन  मानिए आप गलत हैं क्योंकि एडमिन ऐसे नहीं होते हैं…. :-) :-)